Edgy and Incorrigible random rants
सीढ़ियाँ उन्हें मबारक हो जिन्हें केवल छत तक जाना है, मेरी मंजिल तो आसमान है और वहां तक का रास्ता मुझे खुद बनाना है !
Post a Comment
No comments:
Post a Comment