Thursday, December 03, 2020

Jaanam Samjha Karo!


“नहीं कहा जो कभी, ख़ामख़ा समझती है
जो चाहता हूँ मैं कहना कहाँ समझती है?
सब तो कहते थे ताल्लुक में इश्क़ के अक्सर 
आँख को आँख, ज़बाँ को ज़बाँ समझती है।”😳